कमलेश्वर के कथा-साहित्य की भाषा-शैली

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Authors

  • Narender Kumar
  • Dr. Govind Dwivedi

Keywords:

कमलेश्वर, कथा-साहित्य, भाषा-शैली, लेखन, पद्म भूषण, उपन्यास, कहानी, नाटक, संस्मरण, पत्र-पत्रिकाओं

Abstract

कमलेश्वर ने उपन्यास, कहानी, नाटक, संस्मरण, पटकथा विधाओं में लेखन किया।दूरदर्शन के अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर आसीन कमलेश्वर ने सारिका, दैनिक जागरण और दैनिक भास्कर जैसी कई पत्र-पत्रिकाओं का संपादन भी किया। साहित्य अकादमी पुरस्कार से पुरस्कृत कमलेश्वर को भारत सरकार ने पद्म भूषण से भी सम्मानित किया।कहानी-संग्रहों में ज़िंदा मुर्दे व वही बात, आगामी अतीत, डाक बंगला, काली आँधी।उनके चर्चित उपन्यासों में कितने पाकिस्तान, डाक बँगला, समुद्र में खोया हुआ आदमी, एक और चंद्रकांता प्रमुख हैं।उन्होंने आत्मकथा, यात्रा-वृत्तांत और संस्मरण भी लिखे हैं।

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Published

2018-01-01

How to Cite

[1]
“कमलेश्वर के कथा-साहित्य की भाषा-शैली: -”, JASRAE, vol. 14, no. 2, pp. 635–640, Jan. 2018, Accessed: Mar. 16, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7277

How to Cite

[1]
“कमलेश्वर के कथा-साहित्य की भाषा-शैली: -”, JASRAE, vol. 14, no. 2, pp. 635–640, Jan. 2018, Accessed: Mar. 16, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7277