कमलेश्वर के कथा-साहित्य की भाषा-शैली
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Keywords:
कमलेश्वर, कथा-साहित्य, भाषा-शैली, लेखन, पद्म भूषण, उपन्यास, कहानी, नाटक, संस्मरण, पत्र-पत्रिकाओंAbstract
कमलेश्वर ने उपन्यास, कहानी, नाटक, संस्मरण, पटकथा विधाओं में लेखन किया।दूरदर्शन के अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर आसीन कमलेश्वर ने सारिका, दैनिक जागरण और दैनिक भास्कर जैसी कई पत्र-पत्रिकाओं का संपादन भी किया। साहित्य अकादमी पुरस्कार से पुरस्कृत कमलेश्वर को भारत सरकार ने पद्म भूषण से भी सम्मानित किया।कहानी-संग्रहों में ज़िंदा मुर्दे व वही बात, आगामी अतीत, डाक बंगला, काली आँधी।उनके चर्चित उपन्यासों में कितने पाकिस्तान, डाक बँगला, समुद्र में खोया हुआ आदमी, एक और चंद्रकांता प्रमुख हैं।उन्होंने आत्मकथा, यात्रा-वृत्तांत और संस्मरण भी लिखे हैं।Published
2018-01-01
How to Cite
[1]
“कमलेश्वर के कथा-साहित्य की भाषा-शैली: -”, JASRAE, vol. 14, no. 2, pp. 635–640, Jan. 2018, Accessed: Mar. 16, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7277
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Articles
How to Cite
[1]
“कमलेश्वर के कथा-साहित्य की भाषा-शैली: -”, JASRAE, vol. 14, no. 2, pp. 635–640, Jan. 2018, Accessed: Mar. 16, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7277