शासकीय एवं अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का तुलनात्मक अध्ययन

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Authors

  • Laxmi Singh
  • Dr. Vijay Shukla

Keywords:

शासकीय एवं अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों, विद्यार्थियों, व्यक्तित्व, तुलनात्मक अध्ययन, शिक्षा

Abstract

शिक्षा मानव के गुणों को विकसित करने की प्रक्रिया है, इसके द्वारा मानव की अंतर्निहित योग्यताओं को विकसित करके समाज सम्मत बनाया जाता है। शिक्षा ने केवल उसे अपने वातावरण से अनुकूलन करने में सहायता देती है, वरन उसके व्यवहार में ऐसे वांछनीय परिवर्तन भी करती है जिससे वह अपना और अपने समाज का कल्याण करने में सफल होता है। शिक्षा इन कार्यों को संपन्न करके ही सच्ची शिक्षा कहलाने की अधिकारिणी हो सकती है।

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Published

2018-04-01

How to Cite

[1]
“शासकीय एवं अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का तुलनात्मक अध्ययन: -”, JASRAE, vol. 15, no. 1, pp. 355–359, Apr. 2018, Accessed: Jun. 27, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7632

How to Cite

[1]
“शासकीय एवं अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का तुलनात्मक अध्ययन: -”, JASRAE, vol. 15, no. 1, pp. 355–359, Apr. 2018, Accessed: Jun. 27, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7632