समाज के जीवन-व्यवहार एवं सामाजिक सम्बन्धों में शिक्षा का प्रभाव

शिक्षा के प्रभाव: समाज के जीवन-व्यवहार एवं सामाजिक सम्बन्धों में परिवर्तन

Authors

  • Nirmal Chand Pandey
  • Dr. Ashih Yadav

Keywords:

शिक्षा, समाज, जीवन-व्यवहार, सामाजिक सम्बन्ध, परिणामस्वरूप, परिवर्तन

Abstract

शोध क्षेत्र के 62.25 प्रतिशत नागरिकों का यह मानना है कि शिक्षा के परिणामस्वरूप समाज के जीवन-व्यवहार एवं सामाजिक सम्बंधों में सकारात्मक परिवर्तन आये हैं। तथा 16.00 प्रतिशत नागरिकों का यह मानना है कि शिक्षा के परिणामस्वरूप समाज के जीवन-व्यवहार एवं सामाजिक सम्बंधों में सकारात्मक परिवर्तन नहीं आये हैं। जबकि शोध क्षेत्र के 21.75 प्रतिशत नागरिकों को शिक्षा के परिणामस्वरूप समाज के जीवन-व्यवहार एवं सामाजिक सम्बंधों में आये परिवर्तनों के सम्बंध में कुछ नहीं पता है। शोध क्षेत्र के 59.00 प्रतिशत समाजसेवियों का यह मानना है कि शिक्षा के परिणाम स्वरूव समाज के जीवन व्यवहार एवं सामाजिक सम्बन्धों में सकारात्मक परिवर्तन आये हैं। तथा 15.50 प्रतिशत समाजसेवियों का यह मानना है कि शिक्षा के परिणामस्वरूप परिवर्तन नहीं आये हैं। जबकि शोध क्षेत्र के 25.50 प्रतिशत समाजसेवियों को शिक्षा के परिणामस्वरूप समाज के जीवन-व्यवहार एवं सामाजिक सम्बंधों में आये परिवर्तनों के सम्बंध में कुछ नहीं पता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा के प्रभाव से समाज के जीवन व्यवहार एवं सामाजिक सम्बन्धों में सकारात्मक परिवर्तन आये है।

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Published

2018-04-01

How to Cite

[1]
“समाज के जीवन-व्यवहार एवं सामाजिक सम्बन्धों में शिक्षा का प्रभाव: शिक्षा के प्रभाव: समाज के जीवन-व्यवहार एवं सामाजिक सम्बन्धों में परिवर्तन”, JASRAE, vol. 15, no. 1, pp. 961–963, Apr. 2018, Accessed: Jun. 27, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7749

How to Cite

[1]
“समाज के जीवन-व्यवहार एवं सामाजिक सम्बन्धों में शिक्षा का प्रभाव: शिक्षा के प्रभाव: समाज के जीवन-व्यवहार एवं सामाजिक सम्बन्धों में परिवर्तन”, JASRAE, vol. 15, no. 1, pp. 961–963, Apr. 2018, Accessed: Jun. 27, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/7749