बाल्मीकि रामायण का भावपक्ष

वाल्मीकि रामायण के भावपक्ष और आदिकवि की जाति

Authors

  • सुधीर कुमार
  • डॉ॰ मीनेश जैन

Keywords:

बाल्मीकि रामायण, आदिकवि, संस्कृत, राम, नैतिकताएं, पूरी कहानी, प्राचीन संस्कृत महाकाव्य, आदिकावि, वाल्मीकि

Abstract

आदिकवि संस्कृत रामायण के लेखक वाल्मीकि हैं, जिन्हें आदिकवि के नाम से भी जाना जाता है। रामायण संस्कृत में द्वारा लिखी गई थी। इसे महर्षि वाल्मीकि द्वारा लिखित रामायण के रूप में जाना जाता था। रामायण के नायक, राम का जीवन, उन मूल्यों और नैतिकताओं के रूपक के रूप में कार्य करता है जिन्हें हम पूरी कहानी में सीखते हैं। आदिकवि को बनाने वाले दो पद हैं, जो दोनों का मिश्रण है। एक 'आदि' पहले को संदर्भित करता है, और 'कवि' एक कवि या प्रतीक्षारत कवि को संदर्भित करता है। रामायण वाल्मीकि द्वारा लिखित सबसे प्राचीन संस्कृत महाकाव्य है। इस तथ्य के कारण कि उन्होंने पहला संस्कृत महाकाव्य लिखा था, वाल्मीकि को आदिकावि करार दिया गया था। आदिकवि वाल्मीकि की जाति थी।

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Published

2018-08-05

How to Cite

[1]
“बाल्मीकि रामायण का भावपक्ष: वाल्मीकि रामायण के भावपक्ष और आदिकवि की जाति”, JASRAE, vol. 15, no. 6, pp. 920–926, Aug. 2018, Accessed: Aug. 18, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/8635

How to Cite

[1]
“बाल्मीकि रामायण का भावपक्ष: वाल्मीकि रामायण के भावपक्ष और आदिकवि की जाति”, JASRAE, vol. 15, no. 6, pp. 920–926, Aug. 2018, Accessed: Aug. 18, 2025. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/8635