1.
भारतीय समाज के सन्दर्भ में सामाजिक न्याय की प्रासंगिकता: व्यापकता और धार्मिकता के सन्दर्भ में. JASRAE. 2022;19(1):384-387. Accessed September 20, 2024. https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/13740