1.
पंडित लखमीचन्द: सामाजिक तथा व्यक्तिगत जीवन: भोली-भाली ग्रामीण जनता में पंडित लखमीचन्द का गायन: एक समाजशास्त्रीय अध्ययन. JASRAE. 2018;15(7):249-251. Accessed September 20, 2024. https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/8683