[1]
“सूर-काव्य में निहित वात्सल्य वर्णन: भक्ति और वात्सल्य के प्रतीक: सूरदास की काव्य रचना में एक अध्ययन”, JASRAE, vol. 15, no. 12, pp. 406–410, Dec. 2018, Accessed: Sep. 20, 2024. [Online]. Available: https://ignited.in/index.php/jasrae/article/view/9272