पर्यावरण संरक्षण में भारतीय महिलाओं की भागीदारी

Authors

  • डॉ. समृद्धि दाधीच अनुसंधान पर्यवेक्षक, भूगोल विभाग, श्री खुशाल दास यूनिवर्सिटी, हनुमानगढ़
  • सुनिल अनुसंधान विद्वान, श्री खुशाल दास यूनिवर्सिटी, हनुमानगढ़

Keywords:

पर्यावरण संरक्षण, भारतीय महिलाओं, भागीदारी, वन विभाग सेवाओं, पर्यावरण सम्बन्धी कार्यक्रमों, पर्यावरणीय अभिकरणों, सहभागिता, ग्लोबलवार्मिंग, ग्रीन, समृद्ध

Abstract

पर्यावरण मानव जीवन पद्धति के लिए यदि अनिवार्य अंग है तो इसका संरक्षण और बचाव भी मानव का परम कत्र्तव्य बन जाता है। पर्यावरण संरक्षण मानवीय जीवन के लिए अति आवश्यक विषय-वस्तु बन गया है। इस दिशा में वैश्विक एवं भारत दोनों ही स्तरों पर अनेक प्रयास एवं आन्दोलन अनवरत जारी है। पर्यावरण संरक्षण में महिलाओं के नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए भी उन्हें वन विभाग सेवाओं के उच्च पदों पर आसीन किया जाए तथा विभिन्न पर्यावरण सम्बन्धी कार्यक्रमों सम्मेलनों एवं पर्यावरणीय अभिकरणों में उनकी अधिक से अधिक सहभागिता के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाए जिससे कि पर्यावरण संरक्षण में महिलाओं द्वारा किए गए प्रयासों का वास्तविक रूप में सहयोग मिल सके और पर्यावरण को बचाकर भारत को ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व को वैश्विक तपन (ग्लोबलवार्मिंग) के बढ़ते दुष्प्रभाव से बचाया जा सके और परिणामस्वरूप एक ग्रीन एवं समृद्ध विश्व का निर्माण हो सके।

References

पर्यावरण विधि - मदन लाल/विधि साहित्य प्रकाशन, विधि और न्याय मंत्रालय, भारत सरकार।

विज्ञान प्रगति, जून 2018

India water portal पर्यावरण संरक्षण में महिलाओं की भूमिका, 27.03.2016

Feminism in india, जून 16, 2020

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The circle of empowerment] कॉफी अन्नान, 2007

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Published

2023-10-01

How to Cite

[1]
“पर्यावरण संरक्षण में भारतीय महिलाओं की भागीदारी”, JASRAE, vol. 20, no. 4, pp. 40–43, Oct. 2023, Accessed: Jun. 29, 2024. [Online]. Available: https://ignited.in/jasrae/article/view/14512

How to Cite

[1]
“पर्यावरण संरक्षण में भारतीय महिलाओं की भागीदारी”, JASRAE, vol. 20, no. 4, pp. 40–43, Oct. 2023, Accessed: Jun. 29, 2024. [Online]. Available: https://ignited.in/jasrae/article/view/14512