पुस्तकालय वर्तमान में ई-ग्रन्थालय एवं ई लर्निंग उपयोगिता

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Authors

  • Mohammed Shakir

Keywords:

पुस्तकालय, ई-ग्रन्थालय, ई लर्निंग, ई-पत्रिकाएं, ई-पुस्तकों

Abstract

पुस्तकालय का आधार पुस्तक है। पुस्तक शब्द सामान्यतः अर्थ अभिव्यक्ति के समस्त भौतिक माध्यम है। अतः अभिव्यथ्ति के भौतिक माध्यम वर्तमान में ई-पत्रिकाएं, ई-जनरल ने ले ली है। ई-ग्रन्थालय अब विश्व में पुस्तकालय का एक बीज बो दिया है।प्रारंभ में व्यक्तिगत आवश्यकता, सामाजिक आवश्यकता वर्तमान में पुस्तकों में अपनी जगह अब ई-पुस्तकों ने ले ली। इसके माध्यम से पाठक कम समय में अधिक सुविधा पूर्ण कार्य कर सकती है। कम समय में ज्यादा विश्वस्तरीय जानकारी प्राप्त कर सकता है और इन जानकारी को रखने के लिए ज्यादा जगह की आवश्यकता नहीं पड़ती है और कार्य को शीघ्रता से पूर्ण किया जा सकता है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एक ही ई-पुस्तक को एक ही समय पर अलग-अलग कम्प्यूटर के माध्यम से पाटकगण स्वंतत्रसपूर्वक पढ़ सकते है और यदि कोई नयी सेवा या नयी किताबें, पत्रिकाएं कुछ भी नयी जानकारी उस पुस्तक से संबंधित है तो वह भी आसानी सें मिल जाती है।

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Published

2018-07-01

How to Cite

[1]
“पुस्तकालय वर्तमान में ई-ग्रन्थालय एवं ई लर्निंग उपयोगिता: -”, JASRAE, vol. 15, no. 5, pp. 54–56, Jul. 2018, Accessed: Jul. 17, 2024. [Online]. Available: https://ignited.in/jasrae/article/view/8319

How to Cite

[1]
“पुस्तकालय वर्तमान में ई-ग्रन्थालय एवं ई लर्निंग उपयोगिता: -”, JASRAE, vol. 15, no. 5, pp. 54–56, Jul. 2018, Accessed: Jul. 17, 2024. [Online]. Available: https://ignited.in/jasrae/article/view/8319